दोस्तों जब बात Gazal in hindi की हो तो दिल के जज्बात जुबां तक अपने आप आने लगते हैं, दिल उस मीठे से अहसास को अपनी पुरानी यादों के साथ ताजा करने लगता है जिसको वो किसी मोड़ पर अनजाने में न चाहते हुए छोड़ आया था, जिन्दगी के सफर के हसीं लम्हात को अपने को फिरो कर महफ़िल में जो बिखरती वही तो Gazal है ।
दोस्तों इस गजल की इस कड़ी में हम आपको दिल छु लेने वाली बेहतरीन गजलों का गुलदस्ता आपके साथ पेश कर रहा हूँ हमें यकीन हैं गजल के गुल हमारी महफ़िल से आपके जज्बात को और भी महका देंगें ।
Safr aur mushfir Gazal in hindi
सही था गलत था कुछ भी हो दीवाना था
उसकी फितरत थी मोहब्बत वो आशिकाना था
माजिलें भी उससे कोसों दूर थी कहीं पर
फिर भी मुसाफिर था सफ़र था अनजाना
कदम साथ थे दिल में जज्बात थे
वो पागल था उड़ता हुआ बादल था
किसी की तलाश में भटक रहा था
था तनहाइयों से दूर उसे कहीं जाना।
फिर भी मूसाफिर…
Best 30+ Hindi gazal shayari। हिंदी गजल शायरी ।
उसकी अलग ही दुनिया थी
चमक उसके आखों में थी
एक चुभन थी उसके दिल में
कोई अगन उसकी साँसों में थी।
आंखों में कई सपने दिल में अरमान लिए था
जज्बात का उमड़ता हुआ एक तूफ़ान लिए था
भोली सूरत मुस्कराते लव राज का खजाना था
फिर भी मुसाफिर था सफर था…
जीने की चाह थी प्याली जहर की हाथों में थी
कोई दर्द की दरिया की झलक बातों में थी
सिमट रहा था खुद के दायरे में अक्सर
जैसे भटके हुए राही को हो खोने का डर
दबे जुबां से चाहता था दिल की सुनाना
फिर भी मुसाफिर था सफर था…
उसका अंदाज भी बहुत निराला था
कभी अँधेरा था कभी उजाला था
अश्क आखों में भरके मुस्कुराता था
कहता था सब लेकिन कुछ छुपाता था
टूटे हुए दीपक को चाहता था जलाना
फिर भी मुसफ़िर था सफर था….
फिर चल पड़ा था घर से निकल पड़ा था
रास्तों से उलझा हुआ चौराहे पर खड़ा था
उम्मीद थी कि ये सफर भी मुकम्मल होगा
उलझे हुए सवालों का कोई तो हल होगा
समझ नहीं आया उसे था किधर जाना
फिर भी मुसफ़िर था सफर था….
कुछ तो अजीब था थोडा बदनसीब था
जी रहा था खुद को मौत को अजीज था
सोंच में था किसे कहे अपना किसे बेगाना
फिर भी मुसफ़िर था सफर था….
वो एक बूँद था समन्दर से घबराता था
फिर बंद होती पलकों से टपक जाता था
जीने की चाह में उसको मिट जाना था
फिर भी मुसफ़िर था सफर था….
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