भाई-बहन के प्यार की शायरी ।

मेरी दुआ है तुम जियो हजारों बरस, आसमान की बुलंदियों में छ जाओ, रहो दुनिया के किसी भी जगह, राखी के दिन बहन खातिर आ जाओ ।

माथे पर चन्दन तिलक कलाई पर रेशम का प्यार। रहे सलामत मेरा भैया ये है मेरा संसार ।

किसी के तोड़ने से न टूटेगा, ऐसा है भाई-बहन का बंधन दिल करता है हर दिन आये त्यौहार ये प्यारा रक्षा बंधन ।

आज दिन बहुत खास आया है बहन का प्यार भाई के पास आया है बाँध कर राखी कलाई पर, रिश्ते का एक अलग अहसास आया है।

न धन दौलत न व्यापार चाहिए, बस तुमसे इज्जत बेसुमार चाहिए आश रहेगी जिन्दगी भर के लिए बस बहन को भाई का प्यार चाहिए।

कलाई पर जो रेशम का धागा है तेरी बहना ने प्यार से बाँधा है ये धागा कभी ये छूटे न तेरी बहना तुझसे रूठे न।।

तू मेरी ख़ुशी तू मेरा संसार है तू है तो ये सारा घरबार है तुम हो तो खुशियाँ बरस रही हैं तुम्हारे बिन कैसा त्यौहार है ।

माथे पर चन्दन कलाई पर धागे का प्यार मेरे प्यारे भैया तुम जिओ साल हजार इस रिश्ते की डोरी ऐसे थामे रखना तुमसे ही तो मिला है खुशियों का संसार

आज खुशिया की बहार आई है सावन की रिमझिम फुहार आई है, स्वागत करों हमारी बहना का, राखी के संग-2 प्यार लायी है।